UPPSC RO ARO EXAM : यूपीपीएससी आरओ एआरओ परीक्षा को लेकर बड़ी खबर, जानिए पूरी अपडेट

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (Review Officer - RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (Assistant Review Officer - ARO) की भर्ती परीक्षा एक प्रतिष्ठित और प्रतिस्पर्धी परीक्षा है, जो उत्तर प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों में प्रशासनिक पदों पर नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा उम्मीदवारों की योग्यता, ज्ञान और प्रशासनिक क्षमताओं का मूल्यांकन करती है। इस लेख में हम यूपीपीएससी आरओ/एआरओ परीक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें परीक्षा का प्रारूप, पाठ्यक्रम, तैयारी की रणनीति और महत्वपूर्ण टिप्स शामिल हैं।

यूपीपीएससी आरओ/एआरओ परीक्षा का प्रारूप (UPPSC RO/ARO Exam Pattern) -

यूपीपीएससी आरओ/एआरओ परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है:

1. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Exam) : यह एक स्क्रीनिंग टेस्ट है, जो वस्तुनिष्ठ (Objective) प्रकार का होता है।

2. मुख्य परीक्षा (Main Exam) : यह वर्णनात्मक (Descriptive) प्रकार की होती है और इसमें गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है।

3. साक्षात्कार (Interview) : चयनित उम्मीदवारों का व्यक्तित्व और संचार कौशल का मूल्यांकन किया जाता है।

1. प्रारंभिक परीक्षा

- **पेपर I: सामान्य अध्ययन (General Studies)**

  - कुल अंक: 140

  - प्रश्नों की संख्या: 140

  - समय: 2 घंटे

  - विषय: इतिहास, भूगोल, भारतीय संविधान, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाएं, उत्तर प्रदेश विशेष आदि।

- पेपर II : सामान्य हिंदी (General Hindi)

  - कुल अंक: 60

  - प्रश्नों की संख्या: 60

  - समय: 1 घंटा

  - विषय: व्याकरण, शब्दावली, वाक्य रचना, पर्यायवाची, विलोम, मुहावरे, लोकोक्तियाँ आदि।

**नोट**: प्रारंभिक परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाते हैं।

2. मुख्य परीक्षा 

मुख्य परीक्षा में चार पेपर होते हैं:

- **पेपर I: सामान्य अध्ययन (General Studies)**

  - अंक: 120

  - समय: 3 घंटे

  - विषय: प्रारंभिक परीक्षा के समान, लेकिन अधिक गहन और विश्लेषणात्मक।

- पेपर II: सामान्य हिंदी और पत्र लेखन (General Hindi and Drafting)

  - अंक: 100 + 100 (कुल 200)

  - समय: 3 घंटे

  - विषय: निबंध लेखन, पत्र लेखन, अनुवाद, हिंदी व्याकरण।

- पेपर III: हिंदी निबंध (Hindi Essay)**

  - अंक: 120

  - समय: 3 घंटे

  - उम्मीदवारों को विभिन्न विषयों पर निबंध लिखने होते हैं।

- पेपर IV: सामान्य शब्दावली (General Vocabulary)**

  - अंक: 60

  - समय: 1 घंटा

  - विषय: पर्यायवाची, विलोम, मुहावरे, एक शब्द में उत्तर आदि।

3. साक्षात्कार 

- अंक : 100

- इसमें उम्मीदवारों की मानसिक सतर्कता, तार्किक क्षमता, सामान्य जागरूकता और संचार कौशल का मूल्यांकन किया जाता है।

पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria) -

- शैक्षिक योग्यता : उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। कुछ पदों के लिए विशिष्ट विषयों (जैसे वाणिज्य, अर्थशास्त्र, कानून) की आवश्यकता हो सकती है।

- आयु सीमा : 21 से 40 वर्ष (आरक्षित वर्गों के लिए छूट लागू)।AL

- अन्य : हिंदी भाषा का कार्यसाधक ज्ञान और कंप्यूटर टाइपिंग में दक्षता।

परीक्षा की तैयारी के लिए रणनीति (Strategy for Exam Preparation) -

1. पाठ्यक्रम को समझें : यOfficially released syllabus को अच्छी तरह पढ़ें और महत्वपूर्ण विषयों को प्राथमिकता दें।

2. सामान्य अध्ययन : 

   - इतिहास : प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारत पर ध्यान दें। NCERT की पुस्तकें और बिपिन चंद्रा की किताबें उपयोगी हैं।

   - भूगोल : भारत और विश्व भूगोल, उत्तर प्रदेश का भूगोल, पर्यावरण और आपदा प्रबंधन।

   - संविधान और अर्थव्यवस्था : लक्ष्मीकांत की "Indian Polity" और रमेश सिंह की "Indian Economy" पढ़ें।

   - करेंट अफेयर्स : दैनिक समाचार पत्र (जैसे द हिंदू, दैनिक जागरण), मासिक पत्रिकाएँ और ऑनलाइन पोर्टल्स।

3. सामान्य हिंदी.: 

   - व्याकरण के लिए लुसेंट या डॉ. वासुदेव नंदन की पुस्तकें पढ़ें।

   - निबंध लेखन और पत्र लेखन का नियमित अभ्यास करें।

   - मुहावरों और लोकोक्तियों की सूची बनाएँ।

4. टाइम मैनेजमेंट.: प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित करें और मॉक टेस्ट के माध्यम से समय प्रबंधन का अभ्यास करें।

5. **पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र**: पिछले 5-10 वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें ताकि परीक्षा के पैटर्न को समझ सकें।

6. **साक्षात्कार की तैयारी**: सामान्य जागरूकता, व्यक्तित्व विकास और उत्तर प्रदेश से संबंधित मुद्दों पर ध्यान दें।

संसाधन और पुस्तकें (Resources and Books) -

- सामान्य अध्ययन : लुसेंट, NCERT, मंजुल त्यागी की पुस्तकें।

- सामान्य हिंदी : डॉ. वासुदेव नंदन, लुसेंट हिंदी, हार्डकवर व्याकरण पुस्तकें।

- करेंट अफेयर्स : प्रति माह पत्रिकाएँ (प्रतियोगिता दर्पण, ऑनलाइन पोर्टल्स।

- निबंध लेखन : समकालीन मुद्दों पर आधारित निबंध संग्रह।

महत्वपूर्ण टिप्स

- नियमित अभ्यास : रोजाना पढ़ाई और रिवीजन का समय निर्धारित करें।

- मॉक टेस्ट : ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉक टेस्ट के माध्यम से अपनी तैयारी का मूल्यांकन करें।

- **स्वास्थ्य का ध्यान**: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग और ध्यान करें।

-  सकारात्मक दृष्टिकोण : आत्मविश्वास बनाए रखें और असफलता से डरें नहीं।

- उत्तर प्रदेश विशेष : यूपी के इतिहास, संस्कृति, भूगोल और हाल के विकास पर विशेष ध्यान दें।

निष्कर्ष

यूपीपीएससी आरओ/एआरओ परीक्षा एक सुनहरा अवसर है जो मेहनत, समर्पण और सही रणनीति की मांग करती है। नियमित अध्ययन, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास के साथ इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है। अपनी तैयारी को मजबूत करने के लिए संसाधनों का सही उपयोग करें और मॉक टेस्ट के माध्यम से अपनी प्रगति को ट्रैक करें। यह न केवल एक नौकरी है, बल्कि उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में योगदान देने का एक मौका है।


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